मुंबई। अपने
मुखपत्र 'सामना' के सोमवार अंक में शिवसेना ने लिखा है कि
सूटकेस की तुलना में सूट-बूट की सरकार अच्छी है। शिवसेना का कहना है कि राहुल को
परिधान से समस्या है तो वह लंगोट बांधकर इंडिया गेट के सामने आकर दिखाएं। शिवसेना
का कहना है कि मोदी के सामने अगर 100 राहुल गांधी भी आ जाएं तो टिक नहीं पाएंगे।
'फिर लंगोट में
घूमें क्या?' शीर्षक से लिखे
गए संपादकीय में शिवसेना ने लिखा है, '56 दिन की रहस्यमई छुट्टी के बाद राहुल गांधी के व्यवहार-बोलने में जो परिवर्तन
दिखाई दे रहा है वह उल्लेखनीय है। राहुल गांधी हिलने, डुलने और बोलने लगे हैं, जिसके कारण कांग्रेस पार्टी में यदि चैतन्य का झरना बहने
लगा है। लेकिन मोदी की महालहर के सामने यह झरना टिकेगा क्या, यह सवाल है।'
संपादकीय में
प्रधानमंत्री की ओर से राहुल को दिए गए जवाब का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि
सूटकेस की सरकार की तुलना में सूट-बूट की सरकार अच्छी है। पैसों की राजनीति ही
सूटकेस की राजनीति होती है। किस तरह से रुपये से भरे सूटकेस इधर से उधर दिल्ली में
घुमाए जाते थे, यह आलम पूरी
दुनिया को पता है।
सामना में
कांग्रेस राज के घोटालों का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि 100 राहुल भी आ जाएं तो भी मोदी के तोपखाने के
सामने वे नहीं टिक पाएंगे। मोदी सरकार की प्रशंसा करते हुए पार्टी ने लिखा है कि
सिर्फ सालभर में मोदी ने जो धमाकेदार निर्णय लिए हैं और पूरी दुनिया में देश की
शान बढ़ाई है, इस कारण कांग्रेस
वालों की बोलती बंद हो गई है।
शिवसेना ने आगे
लिखा, 'अगर कांग्रेस को लगता है
कि देश के उद्योगपति, कॉपरपोरेट
क्षेत्र के लोग सूट-बूट का त्याग कर कफनी और लंगोट में घूमें तो सबसे पहले राहुल
गांधी, अहमद पटेल और मनमोहन
वगैरह मंडली कल से लंगोट की गांठ मारकर इंडिया गेट के सामने आएं और आदर्श निर्माण
करें।