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Monday, May 25, 2015

'अच्छे दिन' तो बस चुनावी जुमला थाः चिदंबरम

9:09:00 PM Posted by Unknown , , , , ,
नई दिल्ली: एक साल पूरा होने पर जहां मोदी सरकार अपनी उपलब्धियों के बखान में जुटी है वहीं कांग्रेस भी सरकार की नाकामयाबियों का पिटारा खोलकर बैठ गई है। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि मोदी सरकार ने पिछले एक साल में काम से ज़्यादा अपना बखान किया है। चिदंबरम ने ये भी कहा कि मोदी सरकार के पास अपना कोई विजन नहीं है, बल्कि वो यूपीए सरकार की नीतियों
को ही नए नाम से चला रही है।

चिदंबरम के मुताबिक़ कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार अपने कामों को जनता के सामने सही तरीके से पेश नहीं कर पायी और न ही मोदी सरकार की तरह चालाकी से उसका ढ़िंढोरा पीटा। उन्होंने इस बात कर खुशी जतायी कि मोदी सरकार यूपीए की नीतियों को ही आगे बढ़ा रही है।

मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर कड़ा प्रहार करते हुए चिदंबरम ने कहा कि वे अच्छे दिन के वादे के साथ आए थे, लेकिन ये महज़ चुनावी जुमला साबित हो रहा है। मुद्रास्फीति में गिरावट आयी है, लेकिन महंगाई बढ़ी है, जिससे आम आदमी की परेशानी भी बढ़ी है।

देश के नौ मुख्य सेक्टर खराब हालत में हैं। सैंकड़ों की तादाद में प्रोजेक्ट्स रुके पड़े हैं। निर्यात जिस दर से बढ़ना चाहिए नहीं बढ़ रहा है। मोदी अर्थव्यवस्था को लेकर जिस विजन की बात कर रहे थे वो ज़मीन पर किसी नीति में कहीं नज़र नहीं आ रहा।

वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस आरोप पर कि कांग्रेस विकास विरोधी की तरह व्यवहार कर रही है, चिदंबरम ने कहा कि ये जेटली का ही बयान था कि विपक्षी पार्टी को रुकावट डालने का हक़ है। लेकिन हमने रुकावट नहीं डाली है। रुकावट तो बीजेपी ने डाली थी, जिसने पांच सत्रों तक बीमा बिल पास नहीं होने दिया था।

जीएसटी बिल पर चिदंबरम की दलील है कि इसे स्टैंडिंग कमेटी को भेजा जाना चाहिए। सरकार संसदीय प्रक्रिया की अनदेखी कर रही है। स्टैंडिग कमेटी में सभी पार्टियों को हक़ है कि वो इसमें लाए जा रहे संशोधनों को ध्यान से देखे और अपना मत दे।

ये पूछे जाने पर कि इस एक साल में कोई घोटाला सामने नहीं आया है, चिदंबरम ने जवाब दिया कि 2004 से 2007 तक यूपीए सरकार के समय भी कोई घोटाला सामने नहीं आया था। अगर पूरे कार्यकाल के दौरान कोई घोटाला सामने नहीं आता है तो मुझे खुशी होगी, लेकिन असलियत तो समय ही बताएगा।

शंघाई में मोदी के इस बयान पर कि अब से पहले भारत में पैदा होने पर शर्म महसूस होती थी, चिदंबरम ने कहा मैं बहुत साल पहले पैदा हुआ और मुझे कोई शर्म नहीं आयी। उपस्थित पत्रकारों से मुख़ातिब चिदंबरम ने पूछा कि आप में से भी किसी को भारत में पैदा होने पर कोई शर्म नहीं आयी होगी।