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Friday, June 26, 2015

मॉनसून आगे बढ़ा, पश्चिम राजस्थान को छोड़कर पूरे भारत में फैला

नई दिल्ली : दक्षिण पश्चिम मॉनसून पश्चिम राजस्थान को छोड़कर पूरे भारत में फैल चुका है। यह अपने अनुमानित समय से कई दिनों पहले आ चुका है।
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र :एनसीआर: में मॉनसून समय से चार दिन पहले आ पहुंचा। इस वर्ष केरल में मॉनसून एक जून के बजाए पांच जून को पहुंचा।
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून जून के पहले हफ्ते में आता है और पूरे भारत में फैलने में इसे मध्य जुलाई तक का समय लग जाता है लेकिन इस वर्ष यह तेजी से अग्रसर हो रहा है। एजेंसी ने कहा कि पश्चिम राजस्थान पहुंचने में इसे एक हफ्ते का समय लग सकता है जबकि भारत के दूसरे हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश होती रहेगी। स्काईमेट ने कहा कि केरल में समय से विलंब से पहुंचने के बाद मॉनसून पश्चिम तट और उत्तर भारत में तेजी से फैला। चक्रवाती तूफान अशूबा के कारण इसके आगे बढ़ने में विलंब भी हुआ।
जम्मू-कश्मीर और गुजरात में कल से ही भारी बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी अगले 24 घंटे में भारी बारिश का अनुमान है। स्काईमेट ने कहा कि झेलम नदी में जलस्तर बृहस्पतिवार को खतरे के निशान से उपर चला गया। बुधवार से ही जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश हो रही है। राज्य के अधिकारियों ने अनंतनाग और पुलवामा जिलों के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया है।
 भाषा 
रिशत्‍तर प्रहार

Sunday, June 7, 2015

हिस्से में मानसून सक्रिय, कई स्थानों पर जोरदार बारिश


बेंगलुरु। दक्षिण कर्नाटक के कुछ हिस्से में मानसून सक्रिय हो गया है  इसके चलते राज्य में कई जगह जोरदार बारिश हो रही है।  
मौसम  विभाग के अधिकारियों नेबताया कि मानसून तटीय कर्नाटक के साथ ही दक्षिण कर्नाटक के कुछ हिस्से में सक्रिय हो गया है। 
तटीय कर्नाटक में इसने शुक्रवार को ही दस्तक दे दी थी।
अधिकारियों ने बताया कि मानसून  राज्य के और हिस्सों में पहुंच जाएगा। मौसम विभाग ने तटीय तथा दक्षिण कर्नाटक के कई  
स्थानों में बारिश के आसार जताए हैं।राजधानी बेंगलुरु और राज्य के अन्य  
हिस्सों में बादल छाए रहेंगे। इन इलाकों में गरज के साथ जोरदार बौछारों की संभावना है। 

Wednesday, June 3, 2015

दिल्ली में बारिश से लोगों को गर्मी से निजात मिली


नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली  में आज सुबह से हो रही हल्की बारिश से मौसम सुहाना हो गया है। लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। कल शाम तेज हवा के साथ हल्की बारिश हुई इससे लोगों को गर्मी से निजात मिली। मौसम विभाग ने भी दिल्ली सहित उत्तर बारत के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश की भविष्यवाणी की थी।
मानसून पूर्व का मौसमी बदलाव शुरु हो गया है और आसमान पर बादल छाने लगे हैं। मंगलवार को गहराए काले बादलों से राजधानी दिल्ली और एनसीआर में कहीं कम कहीं तेज बौछारें पड़ीं। ठंडी हवाएं चलने और बूंदाबांदी होने से तापमान में गिरावट आ गई और मौसम सुहाना हो गया। मौसम में आए इस बदलाव से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल गई है। बारिश से बच्चे भी ठंडी हवा में खेलते और मस्ती से झूमते नजर आए।


Saturday, May 30, 2015

भारत में पड़ सकता है सूखा


नई दिल्ली। एक्यूवेदर नामक एजेंसी का आंकलन है कि प्रशांत महासागर में बन रही परिस्थितियों के चलते इस बार मानसून कमजोर रहेगा।  भीषण गर्मी के बीच एक  एजेंसी ने भारत में भीषण सूखा पड़ने की आशंका जताई है।
 इसका असर न केवल भारत बल्कि पाकिस्तान पर भी पड़ेगा।
भारत में मौसम विभाग ने मानसून के वक्त पर आने और सामान्य रहने का अनुमान लगाया है, लेकिन अलनिनो की भी आशंका जताई गई है। अब अमेरिकी एजेंसी की इस भविष्यवाणी से भारत में चिंता बढ़ गई है।
एजेंसी के प्रवक्ता के मुताबिक, अलनिनो पर भारतीय मौसम विभाग की आशंका बिल्कुल सही है, लेकिन उन्होंने हालात को कमजोर करके लोगों के सामने रखा है, ताकि किसी तरह ही हड़बड़ाहट पैदा नहीं हो।
ऐक्यूवेदर के मुताबिक अकाल की यह स्थिति एल नीनो प्रभाव की वजह से पैदा होगी। समुद्रतल का तापमान बढ़ता-घटता रहता है। तापमान के बढ़ने की स्थिति एल नीनो कहलाती है। इसकी वजह से औसत से ज्यादा चक्रवातीय तूफान आते हैं।

वैसे, एल नीनो के बारे में इसी तरह की बात भारतीय मौसम विभाग भी कह चुका है। लेकिन, भारतीय अधिकारियों ने पूर्वानुमान देते हुए संयमित रवैया अपनाया था ताकि किसी तरह की घबराहट की स्थिति पैदा न हो।

 उन्होंने कहा,हमने जरूरी सूचनाएं संबंधित मंत्रालयों के साथ साझा कर दी हैं। सरकार जरूरी उपायों पर काम कर रही है।' उन्होंने कहा कि जब पिछले साल 12 फीसदी कम बारिश हुई थी तो हालात को संभाल लिया गया था, तब इस साल भी ऐसा किया जा सकता है।

भारत में पड़ सकता है सूखा

नई दिल्ली। एक्यूवेदर नामक एजेंसी का आंकलन है कि प्रशांत महासागर में बन रही परिस्थितियों के चलते इस बार मानसून कमजोर रहेगा।  भीषण गर्मी के बीच एक  एजेंसी ने भारत में भीषण सूखा पड़ने की आशंका जताई है।

इसका असर न केवल भारत बल्कि पाकिस्तान पर भी पड़ेगा।
भारत में मौसम विभाग ने मानसून के वक्त पर आने और सामान्य रहने का अनुमान लगाया है, लेकिन अलनिनो की भी आशंका जताई गई है। अब अमेरिकी एजेंसी की इस भविष्यवाणी से भारत में चिंता बढ़ गई है।

एजेंसी के प्रवक्ता के मुताबिक, अलनिनो पर भारतीय मौसम विभाग की आशंका बिल्कुल सही है, लेकिन उन्होंने हालात को कमजोर करके लोगों के सामने रखा है, ताकि किसी तरह ही हड़बड़ाहट पैदा नहीं हो।

ऐक्यूवेदर के मुताबिक अकाल की यह स्थिति एल नीनो प्रभाव की वजह से पैदा होगी। समुद्रतल का तापमान बढ़ता-घटता रहता है। तापमान के बढ़ने की स्थिति एल नीनो कहलाती है। इसकी वजह से औसत से ज्यादा चक्रवातीय तूफान आते हैं।

वैसे, एल नीनो के बारे में इसी तरह की बात भारतीय मौसम विभाग भी कह चुका है। लेकिन, भारतीय अधिकारियों ने पूर्वानुमान देते हुए संयमित रवैया अपनाया था ताकि किसी तरह की घबराहट की स्थिति पैदा न हो।

 उन्होंने कहा,हमने जरूरी सूचनाएं संबंधित मंत्रालयों के साथ साझा कर दी हैं। सरकार जरूरी उपायों पर काम कर रही है।' उन्होंने कहा कि जब पिछले साल 12 फीसदी कम बारिश हुई थी तो हालात को संभाल लिया गया था, तब इस साल भी ऐसा किया जा सकता है।