वाशिंगटन : भारतीय कंपनियों द्वारा अमेरिका में हजारों नौकरियां पैदा करने और अरबों डॉलर की राशि निवेश करने की रिपोर्टों के बीच अमेरिका में भारत के राजदूत अरुण के सिंह ने कहा है कि दोनों देश ऐसी ‘आर्थिक शक्तियां’ हैं जो एक परिवर्तनशील वैश्विक बाजार में एक दूसरे के विकास में मदद कर रही हैं।
सिंह ने ‘द हिल’ पत्रिका में लिखा, हमारा एक दूसरे के आर्थिक भविष्य में योगदान है और वह भविष्य बहुत उज्ज्वल है। उन्होंने कहा कि दोनों देश ‘आर्थिक ताकतें हैं’ जो एक परिवर्तनशील वैश्विक बाजार में ‘विकसित होने में एक दूसरे की मदद कर रही हैं।’ भारतीय उद्योग परिसंघ और ग्रांट थॉर्नटन ने इस सप्ताह एक नई रिपोर्ट में बताया कि भारत की 100 कंपनियों ने अपने अमेरिकी व्यापारों में कुल 15.3 अरब डॉलर का निवेश करके 91,000 नई नौकरियां पैदा कीं हैं जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था में एक बड़ा योगदान है। ये नौकरियां देशभर में अलग अलग जगह पैदा हुई हैं।
सिंह ने कहा कि भारत और अमेरिका के मजबूत संबंधों के समग्र संदर्भ में जिस उल्लेखनीय बात की ओर लोगों का ध्यान नहीं जाता, वह यह है कि भारतीय कंपनियां अमेरिका में अपने व्यवसायों में कई डॉलर निवेश कर रही हैं और यहां हजारों नौकरियां पैदा कर रही हैं। राजदूत ने कहा कि यह बड़ा निवेश विश्वास और स्पष्टता का सबूत है जो भारत और अमेरिका के लोगों और सरकारों के बीच है। सिंह ने लिखा कि भारत निवेश में आने वाली बाधाओं को कम कर रहा है और कारोबार विस्तार को प्रोत्साहित कर रहा है। उदाहरण के तौर पर भारत सरकार ने पिछले एक साल में बीमा, चिकित्सकीय उपकरणों, रेलवे और रक्षा जैसे क्षेत्रों में विदेशी निवेश की सीमा बढ़ा दी है।
सौजन्य: Zee News