लंदन. आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट की प्रोपेगैंडा मैगजीन 'दाबिक' ऑनलाइन रिटेलर कंपनी अमेजन की यूके वेबसाइट पर बिकती मिली। मैगजीन में इस्लामिक स्टेट द्वारा महिलाओं के रेप और उन्हें सेक्स गुलाम बनाए जाने को जायज ठहराया है। इसमें यह दावा भी किया गया है कि सालभर के अंदर संगठन के पास पहला 'परमाणु बम' होगा। मैगजीन की कीमत करीब 2600 रुपए है।
लिस्टिंग से हटाया गया
अंग्रेजी की इस मैगजीन का नौंवा संस्करण हाल ही में जारी किया गया था। मामला सामने आने के बाद शनिवार को मैगजीन को वेबसाइट लिस्टिंग से हटा दिया गया। पिछले दो हफ्तों से यह मैजगीन गिफ्ट रैप और फ्री डिलिवरी सुविधा के साथ बिक रही थी। हालांकि, यह अब तक साफ नहीं हो सका है कि मैगजीन का काम अमेजन कर रही थी या उसका कोई यूजर। ब्रिटेन के टेरर फाइनेंसिंग लॉ के तहत आतंकी गतिविधियों और विचारधारा को बढ़ावा देने वाली किसी भी सामग्री को बेचना गैरकानूनी है। यूजर्स ने मैगजीन को बेचे जाने की आलोचना की है। एक यूजर ने लिखा, "इस्लामिक स्टेट का प्रोपेगैंडा??? इस मैगजीन को टॉयलेट पेपर के तौर पर इस्तेमाल करना कहीं बेहतर होगा। "बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 'दाबिक' को अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इटली और स्पेन में भी अमेजन पर बेचा जा रहा है।
खरबों डॉलर जुटाने का दावा
'द परफेक्ट स्टॉर्म' आर्टिकल के जरिए आईएसआईएस के बैंक में खरबों अमेरिकी डॉलर होने का भी दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआईएस इन पैसों से पाकिस्तान में हथियार दलालों के जरिए वहां के भ्रष्ट अधिकारियों से अपना पहला परमाणु बम खरीदेगा। आर्टिकल के मुताबिक, अगर 'न्यूक' की व्यवस्था नहीं हो पाती है, तो उसकी जगह 'कुछ टन विस्फोटकों' का इस्तेमाल किया जाएगा। यह भी कहा गया है कि इस्लामिक स्टेट कुछ भी सीक्रेट नहीं रखता। उसने अमेरिका को उसी के घर में घुसकर टारगेट करने का मन बना लिया है। आर्टिकल का अंत चेतावनी के साथ होता है। मसलन-इस्लामिक स्टेट तेजी से अपना विस्तार कर रहा है। वह दिन दूर नहीं, जब पश्चिमी जगत पर भी उसकी पहुंच होगी।