फ्लोरिडाः आजकल
विदेशी स्कूलों-कॉलेजों में यौन शिक्षा को लेकर बच्चों को खुलकर बताया जा रहा है,
लेकिन फ्लोरिडा में य़ौन शिक्षा से जुड़ा एक
बड़ा ही अजीबो-गरीब मामला सुनने को मिला है।
मिरर के अनुसार,
फ्लोरिडा के ऑरलैंडो में वैलेंसिया कॉलेज में
दो अंडरगैजुएट छात्राओं को उनके तीन
कोर्स इंस्ट्रक्टर ने क्लास के दौरान एक-दूसरे
के वैजाइना देखने के लिए बाधित किया।
छात्राओं का आरोप
है कि उन्हें एक दूसरे की वैजाइना को देखकर टेस्ट करने की बात कही गई। छात्राओं के
मुताबिक, उन्हें कहा गया कि ये
क्लासरूम ट्रेनिंग का हिस्सा है। इस टेस्ट के बाद उन्हें खुद के यौन अंगों पर बनाई
गई रिपोर्ट को आगे भेजना था। ऐसा ना करने पर उनके ग्रेड को कम करने और नौकरी के
लिए ब्लैकलिस्ट कर देने की धौंस दिखाई गई थी।
लड़कियों ने ऐसा
करवाए जाने पर खुद पर मानसिक उत्पीड़न का भी आरोप लगाया। उनका कहना है कि ऐसा करने
पर दिमाग पर भी गलत असर पड़ता है। वहीं कॉलेज ने दलील दी कि उनके यहां ऐसा काम
छात्र की मर्जी से ही होता है। कॉलेज ने यह भी कहा कि छात्रों को बेहतर सोनोग्राफी
टैक्निशयन बनाने के लिए ऐसा करना ही पड़ता है, करना ही चाहिए।
हालांकि साथी
दोस्तों के बदन की जांच मैडीकल फील्ड में आम है, लेकिन यू.एस. नैशनल लाइब्रेरी ऑफ मैडीसिन ने कहा है कि इस
प्रैक्टिस में भी चीजों को और पारदर्शी बनाए जाने की जरूरत है।