इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ
ने भारत पर पाकिस्तान को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि परमाणु हथियार देश की
रक्षा के लिए हैं न कि किसी 'जश्न' के मौके के लिए।
पाकिस्तान में वर्ष 1999 से 2008 के बीच शासन करने
वाले मुशर्रफ ने दावा किया कि भारत पहले से तय रणनीति के तहत आक्रामक रुख अख्तियार
कर रहा है, जिसका मकसद पाकिस्तान को परमाणु क्षमता विहीन करना है।
पाकिस्तानी समाचार चैनल 'दुनिया न्यूज'
से उन्होंने कहा,
'हम परमाणु हथियारों
का उपयोग करना नहीं चाहते, लेकिन अगर हमारे अस्तित्व पर खतरा पैदा होता है तो ये हथियार
किस दिन के लिए हैं? अगर मैं चौधरी शुजात के शब्दों में कहूं तो क्या हमने परमाणु
हथियार शब-ए-बारात पर फोड़ने के लिए रखा है?'
71 साल के मुशर्रफ ने कहा, 'हम पर हमला नहीं कीजिए,
हमारी क्षेत्रीय अखंडता
को चुनौती नहीं दीजिए क्योंकि हम कोई छोटी शक्ति नहीं हैं। हम एक बड़ी और परमाणु शक्ति
हैं। हम पर दबाव नहीं बनाएं।' उन्होंने कहा, 'हमें आत्मविश्वास रखना चाहिए कि पाकिस्तान
की परमाणु क्षमता को रोकने का उनका (भारतीय) सपना पूरा नहीं होने वाला है। हम उनके
मकसद को सफल नहीं होने देंगे।'
पाकिस्तान के पास करीब 120 परमाणु हथियार हैं
और विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान के पास दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहा परमाणु
हथियार कार्यक्रम है। इसके अलावा साल 2020 तक उसके पास इतनी पर्याप्त विखंडनीय सामग्री
होगी कि वह 200 से ज्यादा परमाणु हथियार बनाने में सक्षम होगा।
भारत ने पाकिस्तान को साफ तौर से चेतावनी देते हुए कहा है कि
आतंकवादियों के सफाए के लिए उसे अपनी सीमाओं से आगे जाने में कोई हिचक नहीं होगी। भारतीय
सेना ने इसी हफ्ते म्यांमार में एक सटीक हमला किया जिसमें दर्जनों उग्रवादी मारे गए।
मुशर्रफ ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से भी
कहा कि वह धमकियों का जवाब दें।