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Sunday, May 31, 2015

'मन की बात' में बोले मोदी, सियासी रोटियां सेंकने वालों की भेट चढ़ गई वन रैंक, वन पेंशन

नई दिल्ली। आकाशवाणी पर आज आठवीं बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' की। उन्होंने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए सरकार के एक साल के काम काज और आगे की योजनाओं पर चर्चा की, साथ ही ये भीकहा कि हमारी सरकार सेना के लिए वन रैंक, वन पेंशन पर गंभीर है और इसे लाकर रहेगी। मन की बात में पीएम ने सबसे पहले गरमी में देशवासियों से अपना
ध्यान रखने की अपील की, फिर छात्रों को परीक्षा के बाद कम नंबर आने और विफल हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया।

मोदी ने कहा, आज जब मैं मन की बात कर रहा हूँ, तो चारों तरफ भयंकर गर्म हवा, गर्मी, परेशानियां उसकी ख़बरें आ रही हैं। मेरी आप सब से प्रार्थना है कि इस गर्मी के समय हम अपना तो ख़याल रखें। हम अपने अगल-बगल में पशु-पक्षी की भी दरकार करें। घर के बाहर किसी बर्तन में पक्षियों को पीने के लिए पानी रखें। इस भयंकर गर्मी में पशु-पक्षियों की भी रक्षा हो जाएगी। उन्होंने लोगों को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की कि सरकार उनके हितों को ध्यान में रखकर काम कर रही है।

प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के एक साल पूरे होने की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार का 1 साल हुआ, पूरे देश ने उसका बारीकी से विश्लेषण किया, आलोचना की, बहुत सारे लोगों ने हमें डिस्टिंक्शन मार्क्स भी दे दिए। वैसे लोकतंत्र में ये मंथन बहुत आवश्यक होता है। पक्ष-विपक्ष आवश्यक होता है क्या कमियां रहीं, उसको भी जानना बहुत ज़रूरी होता है।
 मोदी ने कहा कि ग़रीब स्वयं सशक्त बने, उस दिशा में हम एक के बाद एक क़दम उठा रहे हैं। गरीब किसी पर भी आश्रित ना रहें। मेेरे अंदर हमेशा गरीबों के लिए कुछ करने की तड़प रही है। हमने पिछले महीने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना समेत तीन योजनाओं को लॉन्च किया। पीएम ने कहा कि मैं गर्व के साथ कहता हूं कि सिर्फ़ 20 दिन में 8 करोड़, 52 लाख से अधिक लोग इन योजनाओं में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने वन रैंक, वन पेंशन पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि मेरे भीतर का इंसान दिल की सच्चाई से मेरे देश के सैनिकों से मैं बात करना चाहता है। वन-रैंक,वन-पेंशन, क्या ये सच्चाई नहीं हैं कि 40 साल से सवाल उलझा हुआ है?  इसके पूर्व की सभी सरकारों ने इसकी बातें की, किया कुछ नहीं। लेकिन वर्तमान सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है और इस पर लगातार काम चल रहा है. इसे सरल बनाने की दिशा में सरकारी अमला जुटा हुआ है। मोदी ने कहा, 'राजनीतिक रोटियां सेंकने वाले लोगों ने इतने सालों उन्हें भटकाया है, लेकिन वर्तमान सरकार जल्द ही इसे लागू करेगी।' उन्होंने कहा कि राजनीति करने वालों को राजनीति मुबारक हो। मोदी सरकार सेना के जवानों के हितों की अनदेखी नहीं कर सकती।
गौरतलब है कि पीएम मोदी अब तक सात बार 'मन की बात' आयोजित कर चुके हैं। इससे पहले नरेंद्र मोदी ने किसानों और स्टूडेंट्स मन की बात कर चुके हैं।