नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आपातकाल पर उनकी टिप्पणी को लेकर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को लालकृष्ण आडवाणी, यशवंत सिन्हा और वरूण गांधी जैसे पार्टी नेताओं के बयानों का हवाला दे कर उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में चित्रित करने का प्रयास किया जो सारी शक्तियां अपने हाथों में केन्द्रित करने में विश्वास करता है।
कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने मोदी की इस आलोचना को खारिज किया कि ‘सत्ता के लोभ’ के चलते आपातकाल लागू किया गया था और कहा कि इस मुद्दे पर आडवाणी जी ने कुछ कहा है। संभवत: उनका इशारा मोदीजी और केन्द्र की सरकार की तरफ था। उन्होंने कहा कि सत्ता का केन्द्रीकरण, एक व्यक्ति द्वारा सभी शक्तियां अपने पास रखना, अच्छा नहीं है। हमने इसके अनेक उदाहरण देखे हैं। माकन ने आरोप लगाया कि मोदी ने सारी शक्तियां अपने पास इकट्ठा कर ली हैं यहां तक कि सहयोगी मंत्रियों के ओएसडी की नियुक्तियां जैसी शक्तियां भी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हर चीज चाहते हैं और साथ ही कहा कि संपूर्ण प्रशासनिक ढांचे को एक व्यक्ति के अधीन रखना भारत जैसे देश के लिए अच्छा नहीं है।
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा के मुंबई में दिए गए उस बयान का उल्लेख करते हुए कि मौजूदा सरकार ने 75 वर्ष से उपर के लोगों को ‘ब्रेन डेड’ घोषित कर दिया है, माकन ने कहा कि इस तरह का बयान सरकार की हर क्षेत्रों में विफलता को लेकर अंदर से उठ रही विरोध की आवाज की ओर इंगित करता है।