पेरिस: स्विटजरलैंड के स्टान वावरिंका ने कैरियर ग्रैंडस्लैम पूरा करने का नोवाक जोकोविच का सपना आज तोड़ दिया और फ्रेंच ओपन खिताब अपने नाम करने वाले पिछले 25 साल में सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए।
तीस बरस के वावरिंका ने 4-6, 6-4, 6-3, 6-4 से जीत दर्ज की। यह 2014 ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद उनके कैरियर का दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब है।
इससे कैरियर स्लैम पूरा करने वाले आठवें खिलाड़ी बनने का जोकोविच का सपना भी टूट गया। रोलां गैरो फाइनल में चार साल में उनकी तीसरी हार है।
वावरिंका 1990 में आंद्रेस गोमेज के बाद यहां खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए। उनकी सर्बिया के चोटी के खिलाड़ी जोकोविच के खिलाफ 21 मुकाबलों में यह चौथी जीत थी। जोकोविच की यह 2015 में 44 मैचों में तीसरी हार थी और इसके साथ ही लगातार 28 मैच जीतने का उनका सिलसिला भी टूट गया।
जोकोविच के कैरियर का यह 16वां ग्रैंडस्लैम फाइनल था, जबकि वावरिंका दूसरी बार फाइनल खेल रहे थे। पहले सेट में वह दबाव में दिखे। उन्हें पहले और पांचवें गेम में ब्रेक प्वाइंट बचाने पड़े। जोकोविच ने 4-3 की बढ़त बना ली, जिसके बाद वावरिंका ने डबल फाल्ट कर दिया। उसने दसवें गेम में दो सेट प्वाइंट बचाये लेकिन जोकोविच की सर्विस नहीं तोड़ सके। उन्होंने पहला सेट 43 मिनट तक चले मुकाबले के बाद जीत लिया।
इसके बाद दूसरे सेट में वावरिंका ने फोरहैंड पर शुरूआती विनर लगाये लेकिन चौथे गेम में दो ब्रेक प्वाइंट तब्दील नहीं कर सके। क्वार्टर फाइनल में अपने हमवतन रोजर फेडरर को हराने वाले वावरिंका छठे गेम में एक और ब्रेक प्वाइंट नहीं बचा पाए। आठवें गेम में जोकोविच ने एक और ब्रेक प्वाइंट बचाया, जिससे वावरिंका ने गुस्से में अपना रैकेट जोर से दे मारा। जोकोविच ने दसवें गेम में सेट गंवा दिया।
लगातार तीसरे दिन खेल रहे जोकोविच ने सेमीफाइनल में ब्रिटेन के एंडी र्मे को पांच सेटों में हराया था। वह काफी थके हुए लग रहे थे और तीसरे सेट के दूसरे गेम में वावरिंका की सर्विस तोड़ने के तीन मौके उन्होंने गंवा दिए। इसके बाद अपनी सर्विस गंवाकर 4-2 से पिछड़ गए। वावरिंका ने नौवें गेम में सेट जीत लिया।
बैकहैंड और फोरहैंड पर वावरिंका के विनर्स का जोकोविच के पास कोई जवाब नहीं था। चौथे सेट में जोकोविच ने 2-0 और 3-0 से बढ़त बनाई और एक समय 4-3 से आगे थे। इसके बाद वावरिंका ने 30 स्ट्रोक की रैली पर वापसी की।
तीस बरस के वावरिंका ने 4-6, 6-4, 6-3, 6-4 से जीत दर्ज की। यह 2014 ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद उनके कैरियर का दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब है।
इससे कैरियर स्लैम पूरा करने वाले आठवें खिलाड़ी बनने का जोकोविच का सपना भी टूट गया। रोलां गैरो फाइनल में चार साल में उनकी तीसरी हार है।
वावरिंका 1990 में आंद्रेस गोमेज के बाद यहां खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए। उनकी सर्बिया के चोटी के खिलाड़ी जोकोविच के खिलाफ 21 मुकाबलों में यह चौथी जीत थी। जोकोविच की यह 2015 में 44 मैचों में तीसरी हार थी और इसके साथ ही लगातार 28 मैच जीतने का उनका सिलसिला भी टूट गया।
जोकोविच के कैरियर का यह 16वां ग्रैंडस्लैम फाइनल था, जबकि वावरिंका दूसरी बार फाइनल खेल रहे थे। पहले सेट में वह दबाव में दिखे। उन्हें पहले और पांचवें गेम में ब्रेक प्वाइंट बचाने पड़े। जोकोविच ने 4-3 की बढ़त बना ली, जिसके बाद वावरिंका ने डबल फाल्ट कर दिया। उसने दसवें गेम में दो सेट प्वाइंट बचाये लेकिन जोकोविच की सर्विस नहीं तोड़ सके। उन्होंने पहला सेट 43 मिनट तक चले मुकाबले के बाद जीत लिया।
इसके बाद दूसरे सेट में वावरिंका ने फोरहैंड पर शुरूआती विनर लगाये लेकिन चौथे गेम में दो ब्रेक प्वाइंट तब्दील नहीं कर सके। क्वार्टर फाइनल में अपने हमवतन रोजर फेडरर को हराने वाले वावरिंका छठे गेम में एक और ब्रेक प्वाइंट नहीं बचा पाए। आठवें गेम में जोकोविच ने एक और ब्रेक प्वाइंट बचाया, जिससे वावरिंका ने गुस्से में अपना रैकेट जोर से दे मारा। जोकोविच ने दसवें गेम में सेट गंवा दिया।
लगातार तीसरे दिन खेल रहे जोकोविच ने सेमीफाइनल में ब्रिटेन के एंडी र्मे को पांच सेटों में हराया था। वह काफी थके हुए लग रहे थे और तीसरे सेट के दूसरे गेम में वावरिंका की सर्विस तोड़ने के तीन मौके उन्होंने गंवा दिए। इसके बाद अपनी सर्विस गंवाकर 4-2 से पिछड़ गए। वावरिंका ने नौवें गेम में सेट जीत लिया।
बैकहैंड और फोरहैंड पर वावरिंका के विनर्स का जोकोविच के पास कोई जवाब नहीं था। चौथे सेट में जोकोविच ने 2-0 और 3-0 से बढ़त बनाई और एक समय 4-3 से आगे थे। इसके बाद वावरिंका ने 30 स्ट्रोक की रैली पर वापसी की।