नई दिल्ली। वित्त
मंत्री द्वारा बजट में प्रस्तावित सेवा कर में वृद्धि लागू हो रही है। वर्तमान में
12.36 फीसद सेवा कर की दर एक
जून से बढ़कर 14 फीसद हो जाएगी। जो सेवाएं होंगी
महंगी , रेस्तरां में खाना,
होटल में रहना, मनोरंजन, हवाई यात्रा,
ट्रेनों के एसी क्लास के टिकट, माल ढुलाई, ईवेंट मैनेजमेंट, केटरिंग, सैलून, शराब, बीमा प्रीमियम, टिकट बुकिंग आदि।
सेवा कर की नई
दरें लागू होने से प्रॉपर्टी खरीदने पर भी जेब पर अधिक बोझ पड़ेगा। इसका असर
निर्माणाधीन प्रॉपर्टी पर भी होगा। प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ने के साथ नए खरीदारों
को घर खरीदने के लिए अधिक कीमत चुकानी होगी। एक जून से एक करोड़ से कम कीमत की
प्रॉपर्टी पर सर्विस टैक्स 3.50 फीसद की दर से
या प्रॉपर्टी की बेस कीमत के 25 फीसद पर 12.36 फीसद सर्विस टैक्स चुकाना होगा। वहीं, एक करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी पर सर्विस टैक्स 4.2 फीसद की दर से या प्रॉपर्टी की बेस कीमत के 30 फीसद पर 14 फीसद की दर से सर्विस टैक्स चुकाना होगा। इसके अलावा दूसरे
चार्जेज भी बढ़ जाएंगे जैसे लीगल फीस, होम इंश्योरेंस व रजिस्ट्री फीस आदि।
नई सेवा कर की
दरें लागू होने से घरेलू उड़ानों में सेवा कर की दरें 0.6 फीसद से बढ़कर 0.7 फीसद जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए सेवा कर की दरें 1.2 फीसद से बढ़कर 1.4 फीसद हो जाएंगी।रेल किरायों के लिए ज्यादा बिल भरने के लिए
तैयार रहिए। पहली जून से सर्विस टैक्स की बढ़ी दर लागू होने से रेलवे के फर्स्ट
क्लास और वातानुकूलित दर्जों के किराये बढ़ जाएंगे
टैक्स के कारण
रेल किरायों में बढ़ोतरी के बारे में तो मंत्रालय ने बाकायदा सर्कुलर जारी कर दिया
है। इसके मुताबिक पहली जून 2015 से प्रथम श्रेणी
(फर्स्ट क्लास) तथा सभी वातानुकूलित श्रेणियों (थर्ड एसी, सेकेंड एसी, तथा फर्स्ट एसी)
के किरायों पर 4.2 फीसद की बढ़ी दर
से सर्विस टैक्स वसूला जाएगा। अभी इन श्रेणियों के किरायों पर 3.7 फीसद की दर से सर्विस टैक्स वसूला जाता है। इस
तरह 0.5 फीसद की बढ़ोतरी होगी।