#जहानाबाद #बिहार मिड डे मिल (एमडीएम) की जांच के दौरान नालंदा के एक स्कूल में कार्यक्रम पदाधिकारी से छात्र-छात्राओं को सच बोलना बेहद महंगा पड़ा है.
नालंदा जिला के सारे थाना क्षेत्र के नेरूत गांव स्थित मिडिल स्कूल के विद्यार्थियों को सच बोलने पर हेडमास्टर ने ही उनकी जमकर पिटाई कर दी. छात्र- छात्राओं की इतनी ही गलती थी कि मिड डे मिल की जांच करने पहुंचे अधिकारियों के सामने उन्होंने घटिया खाना मिलने की शिकायत की थी.
इस बात से गुस्साई स्कूल की हेडमास्टर ज्योति कल्याण ने 35 स्टूडेंट्स को एक कमरे में बंद कर जमकर पिटाई की. इसके कारण छात्र-छात्राओं के शरीर पर गंभीर चोंटे भी आई हैं.
छात्रों पर टूटा कहर
मिड डे मिल की हकीकत बताने पर 35 छात्रों की बेरहमी से पिटाई, कई की उंगलियां टूटी
दो दिन पहले ही मध्याह्न भोजन योजना की जांच बिहारशरीफ के अधिकारियों ने की थी. जांच के दौरान छात्राओं ने अनियमितता का आरोप लगाया था.
जांच के बाद अधिकारी तो लौट गए, लेकिन अगले ही दिन छात्रों पर कहर टूट पड़ा. 35 छात्रों को एक कमरे में बंद कर उनकी बुरी तरह पिटाई की गई. छात्रों के शरीर पर काफी चोटें आई हैं. कई बच्चों की तो उंगली तक टूट गई.
इसकी जानकारी मिलते ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और स्कूल पहुंचकर उन्होंने जमकर हंगामा किया. ऐसे में स्कूल की हेडमास्टर वहां से फरार हो गई. फिलहाल इस मामले की जांच शिक्षा विभाग के अधिकारी कर रहे हैं. अब परिजनों ने प्रधानाध्यापिका पर प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है.
मिड डे मिल की गुणवत्ता बेहद खराब
दरअसल, विद्यार्थियों ने पदाधिकारी के सामने कहा था कि मिड डे मिल में दाल तो पानी जैसा रहता है. खिचड़ी में ज्यादा पानी मिला दिया जाता है. इससे गुस्साईं प्रधानाध्यापिका ज्योति मैडम ने छात्रों से कहा कि तुम लोग हमारी नौकरी ले लोगे और बांस के बेत से उनलोगों को कमरे का दरवाजा बंद कर खूब पीटा.
पीड़ित छात्र के परिजन ने बताया कि कुछ लोग बगल में ही बैठे थे. छात्रों के हंगामे को सुनकर वे लोग आए तो पता चला कि ज्योति कल्याण ने उनकी बेदर्दी से पिटाई की है.
उच्च अधिकारियों से शिकायत
इस मामले में मुखिया अनीता सिंह का कहना है कि सच बोलने के एवज में प्रधानाध्यापिका ज्योति कल्याण ने बच्चों की बेदर्दी से पिटाई की है. अनीता ने कहा कि हेडमास्टर के खिलाफ पहले भी शिकायतें मिलीं हैं. लड़कियों को भी उन्होंने जमकर पीटा है. प्रभारी प्रधानाध्यापिका की शिकायत वरीय पदाधिकारियों से की जाएगी.
सौजन्य : NEWS 18
नालंदा जिला के सारे थाना क्षेत्र के नेरूत गांव स्थित मिडिल स्कूल के विद्यार्थियों को सच बोलने पर हेडमास्टर ने ही उनकी जमकर पिटाई कर दी. छात्र- छात्राओं की इतनी ही गलती थी कि मिड डे मिल की जांच करने पहुंचे अधिकारियों के सामने उन्होंने घटिया खाना मिलने की शिकायत की थी.
इस बात से गुस्साई स्कूल की हेडमास्टर ज्योति कल्याण ने 35 स्टूडेंट्स को एक कमरे में बंद कर जमकर पिटाई की. इसके कारण छात्र-छात्राओं के शरीर पर गंभीर चोंटे भी आई हैं.
छात्रों पर टूटा कहर
मिड डे मिल की हकीकत बताने पर 35 छात्रों की बेरहमी से पिटाई, कई की उंगलियां टूटी
दो दिन पहले ही मध्याह्न भोजन योजना की जांच बिहारशरीफ के अधिकारियों ने की थी. जांच के दौरान छात्राओं ने अनियमितता का आरोप लगाया था.
जांच के बाद अधिकारी तो लौट गए, लेकिन अगले ही दिन छात्रों पर कहर टूट पड़ा. 35 छात्रों को एक कमरे में बंद कर उनकी बुरी तरह पिटाई की गई. छात्रों के शरीर पर काफी चोटें आई हैं. कई बच्चों की तो उंगली तक टूट गई.
इसकी जानकारी मिलते ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और स्कूल पहुंचकर उन्होंने जमकर हंगामा किया. ऐसे में स्कूल की हेडमास्टर वहां से फरार हो गई. फिलहाल इस मामले की जांच शिक्षा विभाग के अधिकारी कर रहे हैं. अब परिजनों ने प्रधानाध्यापिका पर प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है.
मिड डे मिल की गुणवत्ता बेहद खराब
दरअसल, विद्यार्थियों ने पदाधिकारी के सामने कहा था कि मिड डे मिल में दाल तो पानी जैसा रहता है. खिचड़ी में ज्यादा पानी मिला दिया जाता है. इससे गुस्साईं प्रधानाध्यापिका ज्योति मैडम ने छात्रों से कहा कि तुम लोग हमारी नौकरी ले लोगे और बांस के बेत से उनलोगों को कमरे का दरवाजा बंद कर खूब पीटा.
पीड़ित छात्र के परिजन ने बताया कि कुछ लोग बगल में ही बैठे थे. छात्रों के हंगामे को सुनकर वे लोग आए तो पता चला कि ज्योति कल्याण ने उनकी बेदर्दी से पिटाई की है.
उच्च अधिकारियों से शिकायत
इस मामले में मुखिया अनीता सिंह का कहना है कि सच बोलने के एवज में प्रधानाध्यापिका ज्योति कल्याण ने बच्चों की बेदर्दी से पिटाई की है. अनीता ने कहा कि हेडमास्टर के खिलाफ पहले भी शिकायतें मिलीं हैं. लड़कियों को भी उन्होंने जमकर पीटा है. प्रभारी प्रधानाध्यापिका की शिकायत वरीय पदाधिकारियों से की जाएगी.
सौजन्य : NEWS 18