जोहानिसबर्ग। फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष जैक वार्नर नई मुसीबत में घिरते नजर आ रहे हैं। मिस्र के युवा एवं खेल मामलों के
पूर्व मंत्री अली एदीन हेलाल का दावा है कि वार्नर ने 2010 फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी मिस्र को दिलाने के लिए सात वोट के बदले 70 लाख डॉलर की रिश्वत मांगी थी। हेलाल का कहना है कि मिस्र से यह यह रकम 2004 में मांगी गई थी। उन्होंने कहा कि फीफा की ओर से वार्नर ने हमसे संपर्क से किया था और मिस्र के पक्ष में सात वोट दिलाने की गारंटी दी थी। इसके बदले वार्नर ने बड़ी रकम की मांग की थी। हेलाल ने बताया कि हमारे देश ने मेजबानी हासिल करने के लिए घूस देने से इन्कार कर दिया था। इसके चलते
2010 मेजबानी को लेकर उसे एक भी वोट नहीं मिला था।