लखनऊ: बारात देर से आने से नाराज किसान ने घर वालों
से झगड़ा किया और शराब पीने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी। विदाई के समय मौत का
पता चलने पर कोहराम मच गया।
परिवार के लोगों
ने जैसे-तैसे बेटी तो विदा कर दी, लेकिन दोनों परिवारों का उल्लास खत्म हो चुका था। बेटी के शादी के दिन आत्महत्या
की बात फैलते ही गांव में भी सन्नाटा पसर गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। वहीं, बेटी भी ससुराल की चौखट छूकर पिता को अंतिम विदाई देने लौट आई।
काकोरी के मेहंदी
गांव में बुधवार को मुंशी लाल रावत (48 साल) की बेटी कांति की शादी था। बारात के स्वागत की तैयारियां चल रही थीं।
बारात तय समय रात आठ बजे से करीब चार घंटे देरी से पौने बारह बजे पहुंची। इसे लेकर
मुंशी काफी नाराज हो गए और बारातियों से आपत्ति जताने जाने लगे। लेकिन परिवार के
लोगों ने बिना किसी विवाद शांतिपूर्वक बेटी विदा करने की बात कहते हुए रोक दिया।
इसके बाद मुंशी वर पक्ष से बात करने तो नहीं गए लेकिन गुस्से में शराब पी ली।
नशे होने पर
परिवार को लोगों से कहासुनी के बाद वह घर से निकल गया। शांतिपूर्वक शादी संपन्न
होने के इरादे से रात में परिवार के लोगों ने भी ध्यान नहीं दिया। सबको लगा कि नशे
की हालत में कहीं सो गए होंगे। सुबह रस्में पूरी होने के बाद पांव पूजने के लिए
पिता की तलाश शुरू हुई।
इस दौरान गांव के
बाहर रामेश्वर के बाग में पेड़ से शव लटका पाया गया। खबर मिलते ही पुलिस और परिवार
के लोग भी पहुंच गए। पुलिस का कहना है कि बारात देर से आने के कारण नाराज किसान ने
शराब पी और नशे की हालत में फांसी लगाकर जान दे दी।